Writings

बलम मारो खाबा को शौकीन । आयुषि राखेचा

बालम मारो खाबा को शौकीन , बलम मारो जीमण को शौकीनB alam Maaro Khaba ko Shokeena by Aayushi Rakhecha.  बालम ...

Saanj Ke Sapan / सांझ के सपन गीत

आपको जानकर अत्यंत हर्ष होगा कि मेरे द्वारा गाया गाना साँझ के सपन सभी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ हो चुका ...
आयुषि राखेचा द्वारा शहर फैशन बोन्साई पर

शहर की होड़ फैशन की दुहाई

वो शहर की होड़ फैशन की दुहाई हो गएसोचते हैं सिरफिरे हाई - फाई हो गएबालकोनी में पड़े है, फ्लैट ...
आयुषि राखेचा डमरू घनाक्षरी

महादेव भोलेनाथ जी पर डमरू घनाक्षरी छंद

भगवान भोलेनाथ की कृपा आप सब पर बनी रहे ।पढिये एक डमरू घनाक्षरी छंद, जिसमे किसी शब्दपर कोई मात्रा नहीं ...
Aayushi Rakhecha on Rakhsha Bandhan

रक्षा बंधन विशेष |

रक्षा-बंधन-पर चर्चित कविता आयुषि राखेचा द्वारा : हाथ जोड़ भैया कहे, मुझको है मधुमेह ।। भाई से कहती बहन, बैठ ...
Shri Prem chand's 15 quotes

प्रेमचंद जी के 15 Quotes आप सभी सुधि पाठकों के लिए जयंती पर विशेष –

Aayushi Rakhecha shares Shri Prem chand's 15 quotes 1. आकाश में उड़ने वाले पंछी को भी अपना घर याद आता ...
Aayushi Rakhecha writes about Shri Tulsi Das

संत श्री तुलसीदास जयंती पर विशेष |

माखन राम नाम का मथ लो, सुख शोभा उर पाईमानस ग्रंथ महा सुखदाई ! गावे तुलसी राम नाम जस, हर ...
दर्द का पी कर हलाहल मुस्कुराना ज़िंदगी

क्या है ज़िन्दगी ?

हादसों से बच निकल कर चोट खाना ज़िन्दगीदूसरे की पीर में हिस्सा बँटाना ज़िन्दगीगम भुला कर गुनगुनाना बस यही है ...
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