रक्षा-बंधन-पर चर्चित कविता आयुषि राखेचा द्वारा :
हाथ जोड़ भैया कहे, मुझको है मधुमेह ।।
भाई से कहती बहन, बैठ फुलाए गाल,
ना कोई उपहार है, कैसा घटिया साल ?
कच्चे धागे से बंधा, पूरा इक संसार ।
रेशम सा गूंथा रहे, भाई बहन का प्यार ।।
रक्षा-बंधन-पर चर्चित कविता आयुषि राखेचा द्वारा :
हाथ जोड़ भैया कहे, मुझको है मधुमेह ।।
भाई से कहती बहन, बैठ फुलाए गाल,
ना कोई उपहार है, कैसा घटिया साल ?
कच्चे धागे से बंधा, पूरा इक संसार ।
रेशम सा गूंथा रहे, भाई बहन का प्यार ।।